Thursday, November 25, 2010

तुम्हे मुबारक़ रश्मि दूधिया चकाचौंध वाली


वो कहता है कि मैं दुनिया के लिये लिखती हूँ, कभी उसके लिये नही। जाने कितनी बार कहा है और मैं फिर भी नही लिखती। क्योंकि मैं अब भी नही समझ पाती कि उसके लिये कैसे लिखा जा सकता है, जिससे आपके २४ घंटे चलते हों। अम्मा अगर ७५ साल की ना हुई होतीं, तो उनके लिये क्या लिखती ? कैसे लिखती ? छोटे भईया के लिये, दीदी के लिये, किसी के लिये तो नही लिखा कुछ।

वो पिछले ७ सालों से मेरे सहारा है और पिछले तीन सालों से मेरा हमसफर।

उसके लिये उसका हमसफर तेजी से ढूँढ़ रही हूँ मैं। कल ही दो फोटो छाँटी हैं।

लो देखो ये गीत...! ये गीत जिसमे ऐश्वर्या तुम्हे इतनी सुन्दर लगी है कि बस इस गीत के लिए तुम पूरी फिल्म दुबारा देख सकते हो। (जैसा की तुमने कहा ) मगर एक बात... फिल्म देखते हुए मेरे रोने पर, मुझे बार बार मजबूत बनने की झिड़की देते हुए... धूप के चश्मे के साथ फिल्म देखूँगा का मजाक करते हुए आँखें छिपाने और इस असीम सौंदर्य से भरे गीत में बराबर रोते रहने के पीछे क्या था ? ऐश्वर्य की चंचलता में छिपा जीवन या हृत्विक की बेचारगी से भरा जीवन..... मायूसी किसने दी ???

जिसने भी दी। मुझे मेरे जितना समझने, मेरे आज को खूबसूरत बनाने का शुक्रिया... हाँ ये शब्द छोटा है, फिर भी, मेरे पास तुम्हे देने को इस औपचारिकता के अतिरिक्त कुछ है भी तो नही.....








ईश्वर करे कि अगले साल आज के दिन तुम युगल रूप से मेरे हमसफर रहो। तुम्हे खोना नही चाहती। तुम्हे बाँधना भी नही चाहती। Thanks God...! He gave me a Day when I can write little bit for You.

Happy Birth day...!!

नोटः पिछले तीन साल से जब से मैने अकेले रहने का निर्णय लिया मेरे दो हमसफर हैं। एक विजित.. मेरी दीदी का बेटा.. और एक ये पिंकू, अवधेश...! अब एक बिटिया भी आ गई है, परिवार में जो मेडिकल की तैयारी कर रही है.... और जिंदगी हँसी खुशी चल रही है। आज पिंकू के जन्मदिन के साथ...!!

23 comments:

siddheshwar singh said...

पिंकू भाई!
हैप्पी बड्डे की हैप्पी - हैप्पी बधाई!

..और कंचन ने बहुत दिनों बाद कुछ लिखी लिखाई!!
फिर-फिर बधाई!!!

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

Happy Birth day...!!
--
आपकी पोस्ट मुझे अच्छी लगी इसलिए चर्चा मंच पर लगा दी है!
http://charchamanch.blogspot.com/2010/11/349.html

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

कंचन जी!
आपसे सीधा तो कोई परिचय नहीं है मगर डॉ. सिद्धेशवर सिंह आपकी बहुत प्रशंसा करते हैं!
--
पिंकू भाई को जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
हैप्पी बड्डे की हैप्पी - हैप्पी बधाई!

वाणी गीत said...

आपके हमसफ़र को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाये !

डॉ .अनुराग said...

देखो कुछ भी तो नहीं बदला .....शायद अगले तीन सालो तक नहीं बदलेगा .....तुम अब भी वैसी ही हो......

जन्मदिन की बधाई देना उसे

Abhishek Ojha said...

हमारी तरफ से भी जन्म दिन की बधाई दीजियेगा.

समयचक्र said...

जन्मदिन की बधाई ..बढ़िया भावाव्यक्ति .आभार

डॉ. मोनिका शर्मा said...

जन्म दिन की बधाई...सुंदर भावाव्यक्ति

पारुल "पुखराज" said...

मार्गदर्शक को बधाई. :)

सदा said...

जन्‍मदिन की बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनायें ...आज तो आप बहुत खुश होंगे ..अरे यह पोस्‍ट तो आपके लिये लिखी गई है ...सुन्‍दर लेखन ।

Dr (Miss) Sharad Singh said...

सुंदर भावाव्यक्ति। बधाई। कथाक्रम का कार्यक्रम यकीनन महत्वपूर्ण था। संवाद बनाए रखें। प्रसन्नता होगी।

अनुपमा पाठक said...

पिंकू जी को जन्मदिन की बधाई!

फ़िरदौस ख़ान said...

सुंदर भावाव्यक्ति...

Ajeet Shrivastava said...

जिंदगी अपने में बहुत ही गूढ़ है समझने के लिए और साथ-२ जीने के लिए भी. भावनाओं के ज्वार में कुछ मोती चुनना दूर की कौड़ी है कंचन जी, आंसुओं को कोई नाम ना दें. ऐश्वर्या का अभिनय इस गीत में अपनी पराकाष्ठा पर है. भाई को जन्मदिन पर हार्दिक बधाई.

अजित

Manish Kumar said...

अवधेश को मेरी तरफ से भी जन्मदिन की हार्दिक बधाई ...

प्रेम सरोवर said...

janam din ki hardik shubhkamnayen.Plz. visit my blog.

Dorothy said...

खूबसूरत भावाभिव्यक्ति. आभार.
सादर
डोरोथी.

neera said...

फेसबुक पर कहे तुम्हारे शब्द ले गए थे यह फिल्म देखने...
हमसफ़र के लिए हमसफ़र... गुड लक!

रंजना said...

शुभाशीष !!!!

निर्मला कपिला said...

पिँकू को जन्मदिन कीथार्दिक शुभकामनायें और आशीर्वाद।

रचना said...

जब तुम से मिली थी तब तुमने मिलवाया था शायद । मेरी तरफ से जनम दिन कि शुभकामनाये देना और हाँ तुमको देखा तो ये ख़याल आया
हां तुम बिलकुल वैसी हो जैसा मैने सोच था ।

हमसफ़र को उसका हमसफ़र
खुद खोजने दो और
अगर उसको मिलगया हैं
तो तुम भी स्वीकार लो
और इस खोज को बंद करदो
ईश्वर जिनको मिलाता हैं
कुछ सोच कर ही मिलाता हैं
जो ईश्वर खोजता हैं
क्या तुम खोज सकोगी
या अब अच्छा होने के साथ साथ
ईश्वर बनाने कि चाह भी रखती हो

वीनस केसरी said...

पिंकू जी को जन्मदिन की बधाई!

देरी के लिये माफ़ी

गौतम राजऋषि said...

आज की ये शाम हृदय-गवाक्ष ने मेरी बहना की लेखनी...विलक्षण लेखनी का फिर से कायल कर दिया है।

बड़े दिनों बाद टिपियाना खूब सुहा रहा है।

..और ऐश्वर्या को पसंद करने वाले सब अच्छे लोह होते हैं। जय हो पिंकु भैया !