tag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post762445915538232702..comments2024-02-22T15:46:48.368+05:30Comments on हृदय गवाक्ष: कल फिर.....कंचन सिंह चौहानhttp://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comBlogger33125tag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-85760943668872568252009-11-25T16:28:22.338+05:302009-11-25T16:28:22.338+05:30नमस्ते दीदी,
ये फटी डायरी जो सबसे छुपा के रखी गयी ...नमस्ते दीदी,<br />ये फटी डायरी जो सबसे छुपा के रखी गयी थी, उस वक़्त की मासूमियत का आइना है और वो खूबसूरत ख्याल जो बहुत कुछ कहना और करना चाहते हैं.<br />बंद अच्छे हैं, मगर तीसरा बंद सभी पर भरी पड़ रहा है. <br />जल्द ही आइये शादी से और कुछ नए या फिर पुराने मोती से मिलवाइए,Ankithttps://www.blogger.com/profile/08887831808377545412noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-33568099800259998842009-11-22T18:52:47.383+05:302009-11-22T18:52:47.383+05:30पहले तो घर पर मनाए जा रहे उत्सव की बधाई और शुभकामन...पहले तो घर पर मनाए जा रहे उत्सव की बधाई और शुभकामनाएं...बिटिया को ढेर सा आशीर्वाद....इतने पहले से इतना अच्छा लिख लेते थे...सच दिल से लिखा सुन्दर ही होता है....प्रकाश पाखीhttps://www.blogger.com/profile/09425652140872422717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-60169794708531318302009-11-22T13:29:06.244+05:302009-11-22T13:29:06.244+05:30वाह!लाजवाब !!वाह!लाजवाब !!Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-75565004754426973512009-11-19T14:08:07.750+05:302009-11-19T14:08:07.750+05:30बिटिया को बहुत-बहुत आशीर्वादबिटिया को बहुत-बहुत आशीर्वादवन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-30982151559583442362009-11-18T12:15:22.813+05:302009-11-18T12:15:22.813+05:30main bhi ab apni puraani dairy dhundhataa hun dekh...main bhi ab apni puraani dairy dhundhataa hun dekhunga us din kya kar rahaa tha... fir aata hun jawaab dene ... :) :):)<br /><br />arsh"अर्श"https://www.blogger.com/profile/15590107613659588862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-18726349320766822932009-11-17T20:03:17.017+05:302009-11-17T20:03:17.017+05:30man bauraye,har sawan par us sawan ki baat aur thi...man bauraye,har sawan par us sawan ki baat aur thi...<br /><br />solah sawan ka sanchay tha, ya man ne bandhi kahin dor thi...<br /><br />Hota hai di !!!राकेश जैनhttps://www.blogger.com/profile/05865088324047258223noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-13386341120099019472009-11-17T14:24:37.340+05:302009-11-17T14:24:37.340+05:30कल फिर का इंतजार सम्पूर्णता को पाए।
रोज रोज आप यूँ...कल फिर का इंतजार सम्पूर्णता को पाए।<br />रोज रोज आप यूँ ही लिखें रचनाएं।<br />स्वीकारें मेरी ढेरो शुभकामनाएँ।<br /><a href="http://za.samwaad.com/" rel="nofollow">-Zakir Ali ‘Rajnish’</a> <br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">{ Secretary-TSALIIM </a><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">& SBAI }</a>Science Bloggers Associationhttps://www.blogger.com/profile/11209193571602615574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-29718177240860756902009-11-17T13:07:02.564+05:302009-11-17T13:07:02.564+05:30ओह! ये लाइलाज रोग काफ़ी पहले से पाले बैठी हैं आप! क...ओह! ये लाइलाज रोग काफ़ी पहले से पाले बैठी हैं आप! कविता का रोग तो सुना है मरने के बाद भी पीछा नहीं छोड़ता। कविता अच्छी लगी और लगनी भी थी क्योंकि ये भाव मुझे वैसे ही पसंद है। डायरी के बाकी पन्ने भी बांचिये।रविकांत पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/14687072907399296450noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-45555843640451692952009-11-16T19:51:45.316+05:302009-11-16T19:51:45.316+05:30अरे दीदी! मुझे आज पता चला कि आप तो उस ज़माने से लोग...अरे दीदी! मुझे आज पता चला कि आप तो उस ज़माने से लोगों को कविता सुना-सुना कर पका रहीं हैं जब मैं कवियों को गालियां दिया करता था कि ये कविता ना लिखते तो हमें वो पढ़नी भी नहीं पड़ती.. :P<br /><br />वैसे बढ़िया कविता है, मानो कोई गीत खुद उड़कर कहीं चली जा रही हो.. :) <br /><br />तारीफ भी तो कर देनी चाहिए ना, कहीं दीदी गुस्सा हो गई तो? :DPDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-38089932515335569402009-11-16T19:48:23.267+05:302009-11-16T19:48:23.267+05:30अरे अभी तो आप बिटिया लगती हो फिर ये किस बिटिया की ...अरे अभी तो आप बिटिया लगती हो फिर ये किस बिटिया की शादी है? क्या इतनी बडी बिटिया हो गयी? बहुत मुश्किल काम है ये। कविता लाजवाब है। ये बिटिया का मामू अर्श क्या कह रहा है? बहुत उस्ताद है तुकबन्दी नहीं की सीधे बहर मे आ गया । छुपा रुस्तम है तुम्हारा भाई। अब पुरानी डायरी का अगला पन्ना कब खुलेगा? इन्तज़ार रहेगा मगर पहले बिटिया को विदा कर लोबहुत बहुत आशीर्वाद बिटिया के और तुम्हारे लिये । देखना रोना मत ----निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-48684301240571223752009-11-16T18:19:09.642+05:302009-11-16T18:19:09.642+05:30फटी हुई डायरीयों में कंचन जी खजाने मिल जाते है। और...फटी हुई डायरीयों में कंचन जी खजाने मिल जाते है। और आपकी ये रचना किसी खजाने से कम नही। <br />कल फिर करना इंतज़ार है उस मनचाहे दिलवर का,<br />जिसकी आँखें ढूँढ़ ना पाई, रस्ता कभी मेरे घर का।<br /><br />अति सुन्दर।सुशील छौक्कर https://www.blogger.com/profile/15272642681409272670noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-68086508289830981982009-11-16T01:04:00.427+05:302009-11-16T01:04:00.427+05:30Bahot khoobsurat andaz..pahli baar padha aapko..ab...Bahot khoobsurat andaz..pahli baar padha aapko..ab padhte rahenge...waise bhi aap bhi to hamare shahar-e-lucknow ki hain.<br /><br />Beti ki shadi ki advance me badhai.<br /><br />~~rishu~~Rishuhttps://www.blogger.com/profile/17480782369245417458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-87844015080085128662009-11-15T20:37:49.499+05:302009-11-15T20:37:49.499+05:30Nahi ji koi pralay nahi aayi
20-12 ham dekh kar aa...Nahi ji koi pralay nahi aayi<br />20-12 ham dekh kar aaye hain<br />kal ki chinta mein kyu khud ko pareshaan kare<br />zindgi aaj hai aaj ko jiyo<br />hans kar khul kar<br /><br />bahut achha geet haiश्रद्धा जैनhttps://www.blogger.com/profile/08270461634249850554noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-32756828849572662712009-11-15T12:20:54.270+05:302009-11-15T12:20:54.270+05:30bahut dino bad ek man ko chhune wali kavya mili.ba...bahut dino bad ek man ko chhune wali kavya mili.bahut bahut dhanyabadkamlesh yadavhttps://www.blogger.com/profile/15524626040337282414noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-32718541535580113412009-11-15T10:10:37.493+05:302009-11-15T10:10:37.493+05:30ये हर फटी हुई डायरियां मासूम इश्क का इजहार लिये क्...ये हर फटी हुई डायरियां मासूम इश्क का इजहार लिये क्यूं खुलती हैं?<br /><br />सतरह अगस्त छियानवें...मैं कहां था उन दिनों? ह्म्म्म्म एक ट्रेनिंग एकेडमी में रगड़े खा रहा था, जब तुम इतनी खूबसूरत कविता बुन रही था...<br /><br />वाह!<br /><br />"कल फिर कुछ चीजें ढूँढ़ेगे अपना दिल बहलाने की,<br />कल फिर होंगी असफल कोशिश अपना समय बिताने की,कल फिर पत्थर दिल रोकेगा रस्ता नैना निर्झर का"....ये पंक्तियां दिल को छू गयी हैं और तुम्हारा लिखने का अंदाज भी।<br /><br />...और "कल्प" से वास्ता करवाने का शुक्रिया अनुजा, मेरी वोकेबलरी मेम इजाफ़ा....थैंक्यु!गौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-66398705601257967862009-11-14T22:02:31.623+05:302009-11-14T22:02:31.623+05:30आप सब का धन्यवाद जिन्होने भूल सुधार करवाई... सुधार...आप सब का धन्यवाद जिन्होने भूल सुधार करवाई... सुधार कर लिया...! फिर उनका जिन्होने झेल कर प्रशंसा भी की और उनका भी जिन्होने अपरोक्ष रूप से ये भी बताया कि जो भी है ठीक के अलावा कह भी क्या सकते हैं हम ...?? :)<br /><br />कुश तुम दूर का शेड्यूल तो बनाओ हम शादी छोड़ कर आ जायेंगे।<br /><br />नीरज जी २७ नवंबर को मेरी भांजी की शादी है मेरी बड़ी प्यारी बेटी है वो.....!<br /><br />रंजना दी मोबाइल तो आन ही है दीदी के घर नेटवर्क नही पकड़ता कभी कभी<br /><br />अर्श तुम बस अपनी प्रोफाइल की उम्र को बीस साल बने रहने दो, फिर किसकी मज़ाल जो तुम्हारी टीन एज को गया कह सके.... :)<br /><br />मनीष जी राज की बातें पब्लिकली पूँछना अच्छे मित्रों की निशानी नही है :) :)कंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-55161268509803364962009-11-14T18:28:06.854+05:302009-11-14T18:28:06.854+05:3096 ki baat to samajh aayi par kavita ki prernasrot...96 ki baat to samajh aayi par kavita ki prernasrot ke bare bhi kuch bataiye :)Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-52468201571742543192009-11-14T15:09:00.494+05:302009-11-14T15:09:00.494+05:30बीता जाता कल्प है तेरा कल क्यों कर ना आता है,
कल क...बीता जाता कल्प है तेरा कल क्यों कर ना आता है,<br />कल के इंतज़ार में मेरा पल पल कल्प सा जाता है<br />कलप कलप के बीता मेरा कल्प कल्प इक इक पल का..<br /><br />कितनी कल्पना आपने उस समय की.. यह दिखता है. <br /><br />बहरहाल... मेरी शुभकानाएं स्वीकारें !!!Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-64629271855822316372009-11-14T14:19:41.796+05:302009-11-14T14:19:41.796+05:30बीता जाता कल्प है तेरा कल क्यों कर ना आता है,
कल क...बीता जाता कल्प है तेरा कल क्यों कर ना आता है,<br />कल के इंतज़ार में मेरा पल पल कल्प1 सा जाता है<br />कलप कलप के बीता मेरा कल्प कल्प इक इक पल का<br />kal aanachahiyewasa hi sunhara jiska aap etni betaabi se entizar ker rehi hai ..asha jagati kavita hamesha etne gehre avsaad mein hi kyu janam leti hai.....yehi kavita ki vishstta hai ....<br />beti ki shaadi per mubaarak <br />bulaooge to chale bhi aayenge ashish dene...Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/12938650631044447394noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-30912455993954936872009-11-14T06:27:01.151+05:302009-11-14T06:27:01.151+05:30कलप! कल्प! पल!
आखरी लाइन धरा सी वजनी
शब्द कितने...कलप! कल्प! पल! <br />आखरी लाइन धरा सी वजनी <br />शब्द कितने मासूम और अर्थ भयंकर !neerahttps://www.blogger.com/profile/16498659430893935458noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-72959200092222281772009-11-13T20:37:56.085+05:302009-11-13T20:37:56.085+05:30पहले तो बाबू,
इस २०११ को दिसम्बर २०१२ करो....
अरे...पहले तो बाबू,<br />इस २०११ को दिसम्बर २०१२ करो....<br /><br />अरे, जो दिसम्बर २०१२ टक की मेरी plaanings हैं , तुमने तो उन सब पे ही पानी फेर दिया....<br /><br />कविता बड़ी अच्छी लगी...<br />उस वक्त हम कुछ नहीं लिख पाते थे.... ( लेटर्स को छोड़ के )manuhttps://www.blogger.com/profile/11264667371019408125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-5588077902031967482009-11-13T19:13:33.022+05:302009-11-13T19:13:33.022+05:30फिर भी बेहतर है भाई....अपुन तो ऐसे लिखते थे के बाद...फिर भी बेहतर है भाई....अपुन तो ऐसे लिखते थे के बाद में लोगो को ये कहते "अबे तेरी समझ नहीं आएगी ...आधुनिक कविता है ..इस आधुनिक कविता की ओट . हमने बहुत ली . आदर्श भी झोली भर भर के लिए फिरते थे ..बाद में पता चला . उस उम्र में ऐसे एपिडेमिक होते है.....खैर कविता [पर हम कुछ नहीं कहेगे....डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-75699741107869583012009-11-13T19:09:12.067+05:302009-11-13T19:09:12.067+05:30हृदयस्पर्शी रचना ......दिल को छू गयी ......पहली पं...हृदयस्पर्शी रचना ......दिल को छू गयी ......पहली पंक्ति ही बहुत कुछ व्यान कर जाती है .............एक ऐसी रचना जिसमे भावो का समन्दर है !ओम आर्यhttps://www.blogger.com/profile/05608555899968867999noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-62535745901998555532009-11-13T18:51:21.061+05:302009-11-13T18:51:21.061+05:30टटकापन कविता के सौंदर्य को बढ़ा रहा है । कभी कभी अ...टटकापन कविता के सौंदर्य को बढ़ा रहा है । कभी कभी अनगढ़ प्रतिमा भी सुंदर लगती है । और जो नीरज जी ने कहा कि क्यों प्रलय की तारीख को एक साल पीछे खींच रही हो ।पंकज सुबीरhttps://www.blogger.com/profile/16918539411396437961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-68085737609589441572009-11-13T18:17:04.109+05:302009-11-13T18:17:04.109+05:30कविता के भाव अच्छे हैं। बिटिया की शादी पर हमारी ढ...कविता के भाव अच्छे हैं। बिटिया की शादी पर हमारी ढेरों शुभकामनाएं।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.com