tag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post1273111405230242945..comments2024-02-22T15:46:48.368+05:30Comments on हृदय गवाक्ष: विविध भारती ! बचपन के दोस्त को जन्मदिन मुबारक़कंचन सिंह चौहानhttp://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-57667875295357932162017-10-03T18:52:15.999+05:302017-10-03T18:52:15.999+05:30Wahhhhh....Wahhhhh....NitinUpadhyayhttps://www.blogger.com/profile/07582957997836497609noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-60009967845041448762013-10-21T11:23:27.372+05:302013-10-21T11:23:27.372+05:30बहुत उम्दा!!बहुत उम्दा!!सचिनhttps://www.facebook.com/sachin.di.oxidenoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-86654727762331598452013-10-08T18:26:00.124+05:302013-10-08T18:26:00.124+05:30मौन कभी कभी कितना निस्संग और निर्मम होता है हो सकत...मौन कभी कभी कितना निस्संग और निर्मम होता है हो सकता है काल चिंतन करता हो। कश्यप किशोर मिश्रा जी एक कहानी और है गुड़िया में गुड़िया की ज़ुबानी। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-44689963711652219232013-10-04T18:14:07.220+05:302013-10-04T18:14:07.220+05:30वे जमाने और थे जब विविध भारती और बिनाका गीतमाला जी...वे जमाने और थे जब विविध भारती और बिनाका गीतमाला जीवन हुआ करता था। आपकी प्रस्तुति वे दिन खींच लाई।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-14897068730644299022013-10-04T14:28:26.868+05:302013-10-04T14:28:26.868+05:30बढ़िया याद दिलाया आपने..बढ़िया याद दिलाया आपने..Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-29625495398899428582013-10-03T16:13:50.006+05:302013-10-03T16:13:50.006+05:30सूने में फूल खिले , खिलते रहें ...सूने में फूल खिले , खिलते रहें ...पारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-1229600112236194282013-10-03T15:56:42.138+05:302013-10-03T15:56:42.138+05:30सुन्दर प्रस्तुति -
शुभकामनायें आदरणीया-सुन्दर प्रस्तुति -<br />शुभकामनायें आदरणीया-रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-86488643888462497082013-10-03T14:35:54.856+05:302013-10-03T14:35:54.856+05:30 ये बचपन की प्यारी यादें जो उजागर की तो कंचन तुमन... ये बचपन की प्यारी यादें जो उजागर की तो कंचन तुमने तो बताती चलूँ उस समय की हर लड़की का यही दायरा होता था। तुम्हारी रोल मॉडल की तरह मैं कुछ भी करती हूँ , ट्रांजिस्टर साथ में रहता था। घर में बड़ी थी सो चलती थी अपनी घर में। पढाई भी उसके बिना नहीं होती थी और एक राज की बात बताऊँ , गानों के साथ शर्त भी चलती थी कि अगर इस प्रोग्राम में मेरी देखी हुई फ़िल्म का गाना सुनने को मिला गया तो मेरा ये काम हो जाएगा। यादों को इतने सुन्दर ढंग से प्रस्तुत किया कि इतना सारा बता दिया। रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3468658467196737408.post-67512544288816515522013-10-03T14:19:23.034+05:302013-10-03T14:19:23.034+05:30बहुत प्यारी यादें कंचन। मज़ा आ गया।
चलो इस बहाने...बहुत प्यारी यादें कंचन। मज़ा आ गया। <br />चलो इस बहाने तुमने ब्लॉग पर फिर से रौनक ला दी। Yunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.com